एक नज़र में ज़माने मैँ भूल आया हूँ..
वो ज़िन्दगी बनकर यूँ ठहरी पलकों पर,
सारे सफ़र वो सुहाने मैं भूल आया हूँ..!"
***
कुछ अलग सा है हमारी मोहब्बत का हाल,
तेरी चुप्पी और मेरे ख़ामोश सवाल.
तेरी चुप्पी और मेरे ख़ामोश सवाल.
***
तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो,
प्यार का तालुक भी अजीब होता है,
आंसू मेरे थे सिसक रहा था वो.
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो,
प्यार का तालुक भी अजीब होता है,
आंसू मेरे थे सिसक रहा था वो.
***
बिखरे है अश्क कोई साज नही देता ….
खामोश है सब कोई आवाज नही देता …
कल के वादे सब करते है मगर …
क्यू कोई आज साथ नही देता …
***
रहेगी जवाँ मोहब्बत मेरे दिल में,
दर्द जब तक, तेरा सताता रहेगा
दिल से लिखी बातें
दिल को छू जाती हैं
ये अक्सर अनोखी
बात कह जाती हैं
कुछ लोग मिलकर
बदल जाते हैं
और
कुछ लोगों से मिलकर
जिन्दगी बदल जाती है.
***
खुद से रूठे हैं लोग
कितने झूठे हैं लोग
देखो अपने आप में
कितने अनूठे हैं लोग
खा रहे हैं ठोकरें जैसे
पैर के अंगूठे हैं लोग
मजहब के नाम पर
कितना फ़ूठे हैं लोग
***
बड़ी गुस्ताख़ हैं ये यादें तेरी ,
इन्हें कुछ तमीज़ सिखा दो,
दस्तक भी नहीं देती,और दिल में उतर आती है,
अब जितना भी भूलता हूँ उन्हें ,
और गहराई में उतर जाती है
***
रहेगी जवाँ मोहब्बत मेरे दिल में,
दर्द जब तक, तेरा सताता रहेगा
दिल से लिखी बातें
दिल को छू जाती हैं
ये अक्सर अनोखी
बात कह जाती हैं
कुछ लोग मिलकर
बदल जाते हैं
और
कुछ लोगों से मिलकर
जिन्दगी बदल जाती है.
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खुद से रूठे हैं लोग
कितने झूठे हैं लोग
देखो अपने आप में
कितने अनूठे हैं लोग
खा रहे हैं ठोकरें जैसे
पैर के अंगूठे हैं लोग
मजहब के नाम पर
कितना फ़ूठे हैं लोग
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बड़ी गुस्ताख़ हैं ये यादें तेरी ,
इन्हें कुछ तमीज़ सिखा दो,
दस्तक भी नहीं देती,और दिल में उतर आती है,
अब जितना भी भूलता हूँ उन्हें ,
और गहराई में उतर जाती है
एक लफ्ज मोहब्बत
***
ऐ आईने तेरी भी हालत अजीब है मेरे दिल की तरह;
तुझे भी बदल देते हैं यह लोग तोड़ने के बाद।
***
सुना है जब वो मायूस होते हैं तो हमें बहुत याद करते हैं l
तू ही बता ऐ खुदा,
अब दुआ उनकी खुशी की करुँ या मायूसी की..
***
तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की राज़।
ना जाने देखते-देखते कब तुम लत बन गये।।
***
❤तेरे जादू से कयामत भी ठहर जाती है
आज भी दिल में रूकी है तेरे गम की कसक
***
खुदा भी हैरान है
इबादत मेरी देख कर
कहता है कि.....
मैं पांच वक्त और.....
वो हर वक्त।।
***
तेरी याद क्या गुजरी सीने से,
सांसों के चलने का अंदाज़ बदल गया।
तेरा हाथ लगते ही बदल गयी हैं जलतरंगें,
बजते बजते जैसे कोई साज़ बदल गया।
***
उफ़ ये मेरी बहकी हुई नज़रें जो बहकती ही रहीं
ओर वहाँ निगाहें और ज़यादा मोअत्बर होती गईं .
***
निकाल दिया उसने हमें अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह,
ना लिखने के काबिल छोड़ा, ना जलने के..!!
***
तेरे इश्क में मैं इस तरह नीलाम हो जाँऊ.....
आखिरी हो तेरी बोली ....और मैं तेरे नाम हो जाँऊ....
***
इश्क है या इबादत,,,अब कुछ समझ नहीं आता,
एक खुबसूरत ख्याल हो तुम ,जो दिल से नहीं जाता..!!
***
वो अश्क जो पलक पर टिका
है तेरे इन्तजार में,...!!
न तू आया मुड़के; न वो अश्क गिरा तेरे
एतबार में.
***
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ऐ आईने तेरी भी हालत अजीब है मेरे दिल की तरह;
तुझे भी बदल देते हैं यह लोग तोड़ने के बाद।
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सुना है जब वो मायूस होते हैं तो हमें बहुत याद करते हैं l
तू ही बता ऐ खुदा,
अब दुआ उनकी खुशी की करुँ या मायूसी की..
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तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की राज़।
ना जाने देखते-देखते कब तुम लत बन गये।।
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❤तेरे जादू से कयामत भी ठहर जाती है
आज भी दिल में रूकी है तेरे गम की कसक
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खुदा भी हैरान है
इबादत मेरी देख कर
कहता है कि.....
मैं पांच वक्त और.....
वो हर वक्त।।
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तेरी याद क्या गुजरी सीने से,
सांसों के चलने का अंदाज़ बदल गया।
तेरा हाथ लगते ही बदल गयी हैं जलतरंगें,
बजते बजते जैसे कोई साज़ बदल गया।
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उफ़ ये मेरी बहकी हुई नज़रें जो बहकती ही रहीं
ओर वहाँ निगाहें और ज़यादा मोअत्बर होती गईं .
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निकाल दिया उसने हमें अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह,
ना लिखने के काबिल छोड़ा, ना जलने के..!!
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तेरे इश्क में मैं इस तरह नीलाम हो जाँऊ.....
आखिरी हो तेरी बोली ....और मैं तेरे नाम हो जाँऊ....
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इश्क है या इबादत,,,अब कुछ समझ नहीं आता,
एक खुबसूरत ख्याल हो तुम ,जो दिल से नहीं जाता..!!
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वो अश्क जो पलक पर टिका
है तेरे इन्तजार में,...!!
न तू आया मुड़के; न वो अश्क गिरा तेरे
एतबार में.
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