कई बार ये सोचके दिल मेरा
रो देता है की.....
मुझे ऐसा क्या पाना था जो मैंने,
खुद को भी खो दिया.... .!!
रो देता है की.....
मुझे ऐसा क्या पाना था जो मैंने,
खुद को भी खो दिया.... .!!
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सिर्फ एक बहाने की तलाश होती है,
निभाने वाले को भी, और जाने वाले को भी..
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खोने की दहशत और पाने की चाहत ना होती...!!
तो ना ख़ुदा होता और ना ही #इबादत होती...!!!!
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काफी दिनों से कोई नया जख्म नही मिला,
पता तो करो अपने है कहा..
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तुमसे मिलने की कसक
तुमसे बिछ़्डने का मलाल,
ज़िन्दगी काटी
अजब खौफ़ की तन्हाई में ।।
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इंतज़ार करते करते वक़्त क्यों गुजरता नहीं!
सब हैं यहाँ मगर कोई अपना नहीं!
दूर नहीं पर फिर भी वो पास नहीं!
है दिल में कहीं पर आँखों से दूर कहीं!
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इश्क़ का ज़ौक़-ए-नज़ारा मुफ़्त में बदनाम है
हुस्न ख़ुद बे-ताब है जल्वा दिखाने के लिए
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काश तू मेरी तनहाइयों का अंदाजा लगा सके,
के मैं जमाने से खफा हूँ ...... सिर्फ तेरे लिए।
क्यों भटकता है यहाँ वहां सकूँ की तलाश में
मैं दर्द-ए-दिल की शफा हूँ ..सिर्फ तेरे लिए।
दिल दे के हमे कभी घाटा नहीं होगा तुमको
मैं मुनाफा ही मुनाफा हूँ ...... सिर्फ तेरे लिए।
तू एक बार संजीदगी से मुझे सोच के तो देख
मदहोश कर दे वो नशा हूँ ...... सिर्फ तेरे लिए।।
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कहते हैं कि इश्क में नींद उड़ जाती है,
कोई हमसे भी इश्क करे,
कमबख्त नींद बहुत आती है
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मेने बहोत खोये हे अपने अब अपना कोई नही
किया करू गेरो से सिकायत अपनो कभी मुझे
सुना ही नही
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उसे छोड़ दूँ या जिंदगी
बात तो एक ही है
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